मंगलवार, 20 नवंबर 2012

Sanskriti Varma-Hw 18

जी हा मेरे से भूल हुई है। जब मैं सिर्फ पांच साल की थी मैंने मेरे पिता जी की फ़ोन छुपायी थी। मुझे याद है कि मुझे बहुत ख़ुशी और हसी हो रही थी। मेरे पिता जी बहुत नाराज़ ये और मेरी माँ भी क्रोधी हुई थी। जब मैं छोटी थी तो मैं बहुत शरारती थी। मुझे मेरे माता पिता को तंग करने में बहुत मज़ा आता था। वे मुझे रोज शेतान कहते थे। जब मेरे पिता जी ने चिला चिला कर मेरे से फ़ोन वापस माँगा, लेकिन मैं भूल गयी थी के मैंने फ़ोन कहा रखा था। मैं धुंद धुंद कर  थक  गयी थी और पूरा दिन फ़ोन नहीं मिला। मेरे माता पिता बहुत नाराज़ हो गए अरे मेरे उपर बहुत चिलाये। जी हा जब मैं छोटी थी तो मैं भुल्ल्क्ड  थी।  मेरे पिता जी फिर मेरे ढूंढे में मदद की और रात को फ़ोन मिल गया। उस हाथसे के बाद मैंने वापस मेरे पिता जी का सामान नहीं छुपाया और मेरा शेतानी भी कम हो गया था। फिर मैं भुलाकर भी नहीं थी और मुझे तब से सब याद होता है। मैं बड़े हो कर ज़िम्मेदार बन गयी हूँ। 

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