रविवार, 4 नवंबर 2012

agar main bhaarat jaaoo

अगर मैं भारत जाऊं तो मुझे बहुत चीज़ को करने चाहिए।  मेरा हवाई फ़्रंकफ़र्ट में रके  और मैं अपना सहेली लोला से मिलु।  हम ज़िन्दगी के बारे में बात करके दूसरा दोस्त मिले।  तो मैं हवाई पर वापस आयु और सर्दी भारत को जाऊ!  मेरा ख्याल है कि भारत बहुत जल्दी और व्यस्त हैं।  बहुत लोग सड़क पर चलते है और मैं शायद कल्चर शॉक अनुभव करू।  सभी लोग हिंदी बोले।  मुझे ध्यान से सुनने परे या मैं नहीं समजू।  मैं अपना पहेले रिकक्षा मिलु और शहर देखू।  अगर मैं भारत जाऊ, मेरा क्य्हल है मैं नय देल्ही देखने चाहते हो।  हो सकता है कि  मुझे आगरा, गोवा या जयपुर मिलने चाहते हो, लेकिन डेल्ही एसा बड़ा और ऐतिहासिक शहर है।  अगर मैं डेल्ही जाऊ, मैं ध्यान करू क्योकि सड़क का खाना मुझे बीमार बनाए।  मैं अपना खन्ना पकाऊ, और हर बार पानी पिए के पहेले मैं पीना उबालू। 
मैं इमारत और टूरिस्ट साइट्स नहीं मिलु, क्योकि मुझे लगता ही कि वो बोरिंग है।  मैं मौसम आनंद ले।  मैं एक एन.गी.ओह.कांटेक्ट करू और मैं उनको पुछु अगर  मुझे उसके साथ काम कर सकते हो।  मुझे एच.ई.वी. कद्कियो और लडको को पढ़ाऊ।  स्वास्थ्य समस्या के बारे में बात करू और उनका शारीर के बारे में पढ़ाऊ।  मुझे ये काम बहुत पसंद हो और एक दिन मैं आशा करती हु इस काम रोज़ करती हो। 

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