सोमवार, 19 नवंबर 2012

My mistake- Shabab

मुझे याद है की पिछले साल मेरी बिओलिग्य क्लास में मुझे एक बहुत बड़ी भूल हुई थी। क्लास के लिए एक प्रेजेंटेशन तेयार करना था और हमे दो महीने मिले। हमारी ग्रुप में चार लोग थे और बाकि ग्रुप में एक दो लोग थे। मुझे लगा की यह प्रेजेंटेशन बहुत अहसान होगा क्यों की हमारी ग्रुप में बहुत लोग है। मैंने इस प्रेजेंटेशन को नज़र अंदाज़ करलिया। सारा महिना मैंने इस प्रेजेंटेशन के लिए कुछ नहीं किया यह सोच कर की यह इतना मुश्किल नहीं है। जब प्रेजेंटेशन की दो दिन रह गए तब जाके मैने तेयार होने में लग गया। जब मैंने पड़ना शुरू किया तब मुझे पता लगा की इस के लिए बहुत काम करना परेगा क्यों की इस में बहुत इनफार्मेशन है। मैं डर गया सोच कर की मेरे पास शायद वक़्त न हो। मैंने दो दिन क्लास की बीच में तेयार करने की कोशिश की लेकिन जब प्रेजेंटेशन करने की दिन आया, मैं तेयार नहीं था। प्रेजेंटेशन के वक़्त हम लिखे हुई कागज़ को नहीं देख सके। जब मैंने क्लास के सामने प्रेजेंटेशन करने के लिए गाया तब मुझे कुछ भी याद नहीं आ रहा था। मुझे बहुत शर्म आयी और मेरे ग्रुप के लोग मेरे ऊपर नाराज़ हो गए। मुझे बहुत बुरा लगा उस दिन। मैं यह कभी भूल नहीं पाऊंगा। मैंने सिखा की जब कोई भी चीज़ मिले थो उससे पुरे दिल से करना और नज़र अंदाज़ मत करना। उस दिन से अब तक में सब कुछ वक़्त के मुताबिक करने की कोशिश करता हूँ। मुझे आशा है की आगे जाकर मैं सब कुछ टीक टाक कर सकूं।

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