सोमवार, 19 नवंबर 2012

नीयति का भूल

जब मैं इस यूनिवर्सिटी में पहली आई, मैंने बस लेकर Ypsilanti जाने की कोशिश की. उस समय मेरा दोस्त वहां रहते थे और मैंने उसको मिलना चाहती थी. मैं कभी बस  पर नहीं चढ़ी थी, तो मैं बेचैन हुई. इसलिए चढ़ने के पहले मैं रास्ता की सब कुछ जानकारी खोजी. मैं समय पर अल्प बस ठहराव पहुँची और मैं बस पर चढ़ी. मैं राहत महसूस की क्योकिं मुझे लगा था कि मैं सब कुछ सही ढंग से किया. मैंने बस में बैठकर iPod को सुना और मेरा अल्प बस ठहराव का इंतजार किया. 

मैं सोच रही थी कि सिर्फ बीस-तीस मिनट लगेगा. लेकिन तीस मिनट गये थे और अभी तक मैं बस पर बैठ रही थी. फिर से मैं बेचैन हुई. मुझे डर लग गयी कि मैं खो गयी थी. मैंने दोस्त को फ़ोन किया और उसको बताया कौन सा सीमाचिह्न मैं देख सक रही थी. उसने मुझे फिर हिम्मत दिलाया कि मैं सही क्षेत्र में हुई. 

जब एक घंटा गया था, मैंने चालक को मेरा दोस्त का अपार्टमेंट का पता दिखाया एंड पूछा, "यह बस वहां जाता है?" उसने मुझे बताया कि हाँ, वहां जाता है, लेकिन मैं उलटा बस पर चढी थी. हर रास्ता को दो बस हैं - एन आर्बर से Ypsilanti और Ypsilanti से एन आर्बर. मैं भूल में पिछला पर चढी. इसलिए इतना समय लगा. 

मैंने गलती किया, लेकिन इसी तरह से मैंने अनुभव मिला. किसी किसी समय में सिखने के लिए लोगों को भूल करना चाहिए. 

उस दिन से मैं हमेशा सही बस पर चढती हूँ. 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें