रविवार, 4 नवंबर 2012

अगर मैं भारत जाऊँ


अगर मैं भारत वापस जाऊँ तो शायद मैं कई नये शहर जाऊँ, मतलब, जो कभी नहीं गया हूँ।  यद्यपि मैं दक्षिण प्रदेशों को नहीं जानता, मुझे उत्तर भारत ज़्यादा पसन्द है।  फ़िर मैं २-३ महीने वहाँ रहूँ क्योंकि मैं अमृतसर से कोलकाता तक ट्रेन से यात्रा लेना चाहता हूँ।

अमृतसर भारतीय पंजाब का सबसे मुख्य शहर है।  मुझे लगता है कि आज-कल बहुत अमीर है, लेकिन अभी-भी ग़रीबी होती है।  पंजाब में 'हरित क्रांति' हुई थी और मुझे समाज का विकास सीखना चाहिये।

शायद अमृतसर से चण्डीगढ़ से हो कर कानपुर जाऊँ।  मेरी एक विश्वविद्यालय की दोस्त है जो कानपुर से है।  वह हमेशा बोलती थी कि मज़ेदार शहर है।  उ.प. के शहरों में से उसका जन संख्या ज़्यादा बड़ा है।  मुझे उसका इतिहास थोड़ा सा पता है तो शायद बहुत सीखूँ।

मैं अंत में पटना और वहाँ से कोलकाता जाऊँ। कई साल से बिहार धीरे-धीरे बढ़ता रहता है।  विदेशी लोग वहाँ नहीं जाते हैं और मुझे अपने आप के लिये देखना चाहिये क्या नई सरकार, नितीश कुमार की, करती है।  मेरे कोलकातावाले दोस्त बोलते हैं कि कोलकाता किसी और भारतीय शहर से अलग है।  बंगली संस्कृति की राजधानी और भारत की मुख्य जगह है।

मैं चाहे सब शहर जाऊँ या सिर्फ़ एक-दो रहूँ, जहाँ भी जाऊँ, वहाँ सामान्य लोगों से बात करूँगा।  मैं आशा करता हूँ कि दूसरों को लगूँगा जैसे मैं भारतीय होऊँ।  कौन भारत जाए और नया अमरीका बनाए?  मैं ऐसा कभी नहीं करता हूँ, मतलब, जब दूसरी जगह जाते तो मैं अपनी ज़िन्दगी बदलता हूँ। काश कि मेरे भाई भी जा सकें, मगर वे बहुत व्यस्त हैं।  मैं भी व्यस्त हूँ।  जब तक इस साल कलास न ख़त्म हो तब तक मैं नहीं जा पाऊँ!

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