रविवार, 4 नवंबर 2012

HW #15 - अगर मैं भारत जाऊं तो...

अगर मैं भारत जाऊं तोह मुझे बहुत ख़ुशी होगी। मुझे लग बैग छे या सात साल होगये है जब से मैं भारत गयी हूँ। दो हज़ार छे आखरी बार था जब मैं अपने रिश्तेदार से मिली थी। मैं हमेशा पूछती हूँ अपने पिता जी से की हम अगली बार भारत कब जायेंगे और पिता जी बोलते है अगले साल हम सब साथ साथ जायेंगे। लकें पिछले तीन साल से मेरे अपिता जी ऐसे बोल रहे है और अभी तक एक बार भी नहीं हम गए हैं। मैं बहुत दुखी हूँ क्यूंकि अगले साल मार्च में मेरी एक चाचा की बेटी की शादी है। मेरी दादीमा और मेरी माँ हवाई जहाज़ में वहाँ जायेंगे लकें अफ़सोस है की मैं नहीं जा सकती हूँ क्यूंकि मेरा कॉलेज चल्र होगा उस वक़्त। 
खेर कोई नहीं, यह समस्या हर किसी को होता है कभी न कभी और यहाँ अमेरिका में रहकर हमें झेलना पड़ता है इस सब से। अगली बार जब में भारत जाऊं, मैं बहुत घूमना चाहती हूँ। मैंने पहले से ही अपने पिता जी को बोला है की हम बहुत घूमेंगे भारत में और वोह जागें देखेंगे जो हम सब ने पहले नहीं देखा हो। जब भी हम भारत जाते है, तोह हम एक ही जगा जाता है: जम्मू या दिल्ली। हमारे सारे रिश्तेदार या जम्मू में रहते है या डेल्ही में। इस वाजे से मैं कभी घूमी नहीं हूँ भारत में। मुझे बॉम्बे और गोआ जाने का बहुत शौक है। इस लिए अगली बार मैं भारत जाऊं, मैं ज़रूर उन दो शहरों में घूमूंगी। 

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