बुधवार, 24 अक्तूबर 2012

ख़ुशी का दिन - Rahul

मेरा सबसे ख़ुशी का दिन था जब मैं इक्कीस साल हुआ था | मेरा जनमदिन तीन मार्च पर था | इस वर्ष को एक वीकेंड पर मैं अपने दोस्तों के साथ मैयमी चले गये और खूब मनाये | हमने एक होटल में रहे जिसका नाम था "मेफैर बीच रिज़ोर्त" | वाकई में हमको होटल से बाहर नहीं जाना पड़ा क्योंकि होटल में बहुत मजेदार करने की चीज़ें होती थी | दो-तीन लम्बे स्विमिंग पूल्स थे जिसमें "ड्रिंक्स बार्स" होते थे, एक बेहतरीन "प्राइवेट बीच", एक शानदार जिम्नेजियम, और बहुत सारे रेस्तौरंट्स थे होटल में | हमको स्विमिंग पूल्स में काफी समय गुज़रता था और दोपहर का खाना के बाद हम "बीच" जाते थे| उसके बाद हम जिम्नेजियम जाते थे और फिर रात भर नैटक्लब्स में जश्न मानते थे | बाप रे बाप, बहुत मज़ा आया था | 

जन्मदिन पर हम पहली बार होटल से बहार चले गए क्योंकि एक कॉन्सर्ट था | यह कॉन्सर्ट "हाउस म्यूजिक" की दुनिया में सबसे बड़ा सहवादन है | जब हम वहां पहुंचे तो तब हमको एहसास हुआ की कितने लोग देश विदेश से आये थे केवल इस मेल के लिए | वहां का माहौल बड़ा ज़बरदस्त था और मेरे मनपसंद संगीतकार भी आये  - "तियेस्तो", "स्वीडिश हाउस माफिया", "स्टीव ओकी" | मैं यह सचमुच कहता हूँ की मेरा जीवन बदल गया इस अनुभव के बाद | छुट्टी के लिए हमने एक गाडी किराया तो उसमे रात के अंत हम "डाउनटाउन मैयमी" घूम गए |
अगला दोपहर हमें एन आर्बर वापस जाना पड़ा तो उस वक़्त थोड़ी बहुत दुःख हुआ | काश मौका मिला तो मैं ज़रूर मैयमी वापस जाऊँगा | ऊफ, इतनी सारें यादें!


मंगलवार, 23 अक्तूबर 2012

The Happiest Day of My Life




मेरा ज़िनदगी में बूथ सरे कुशी के दिन है। वसे थो में सरे दिन को कुछ न कुछ कुश होकर करती हु क्यों कि मुझे गुस्सा या उदास होना अच्छा नहीं लगता। जब में झोर से सोचती हु तब यद् आता है एक दिन जोह जरूर मेरा ज़िन्दगी का भोत कुशी का दिन हे। शयद या दिन मेरा ज़िन्दगी के सबसे कुश दिन है। यह दिन मेरी छोटी  बहन की जन्मदिन है। 

मेरी भान के नाम शिवानी राणा है। ओसकी जन्मदिन फरवरी 27थ है। जब मेरी बहन पढ़ा हौई मेरा ओमर पाच  साल था और यह मेरा पाच साल में सबसे बड़ा चीज़ था क्यों की मुजको छोटी बहन बोथ चिया था। जब में पढ़ा हौई तब मेरी मुमी के पट में एक नहीं पर धो लडकिया थी, में और मेरा जुड़वां बहन। दुर्भाग्य से मेरा जुड़वां बहन पड़ी होने से पहले गुसेरगी क्यों की उसकी गरदन पर नाभि - रज्जु बंधे था और वोह सास नहीं लेसकी। मेरा जुरवा बहन के नाम अनिषा है।

थो जब मेरा मुमी ने मुजको बोला के मुजको छोटी बहन मिलना वाले है में इतनी कुश हुई के में थो पट ने वलिथि। मेरे उंदर सब कुश हिल्राथा और बहर में थू कूदना बंद नहीं कर्सकी। में थो इतनी कुश थी। वोह दिन जब मेरी छोटी बहन को पहले देखा में थो बेहत कुश थी। मेरी छोटी बहन बूथ प्यारी लगी और मुमी ने बोला की वोह बिलकुल मेरा जसे लगती थी जब में एक बची थी। मेरा बहन को हमने पहला अनिषा नाम देहना वाला थे क्यों की माँ ने सोचा की यह हमारा दोसरा बेटी जोह चलगया, वापुस हमारा पास जोह आई। पर सपने में मेरा माँ ने "शिवानी" की नाम सुना और सुबह में हमने यह पता आई के शिवानी और विनिशा के इंग्लिश शब्द में सरे लेटर्स समे हे है बस समे आर्डर में नहीं है।

इसलिया मेरी छोटी बहन के नाम शिवानी है और में ओस्को बेहत प्यार करती हु।


सोमवार, 22 अक्तूबर 2012

संजय का सुबसे खुश दिन


मुझे याद है मेरा ज़िंदगी में सुबसे खुश दिन मेरा दसवां जन्मदिन था और मेरा परिवार ने मेरे लिए एक पार्टी का इंतजाम किया पार्टी में हम सारे को बहुत मज़ा आया मेरे दोस्त और चचेरे भाई ने फुटबॉल खेला और फिर सिनेमाघर जाकर एक फिल्म देखी अब तक बारा साल के बाद मुझे याद है किसी फिल्म हमने देखी - "क्राउचिंग टाइगर, हिडन ड्रैगन" |  हम लगभग सारे लड़के थे तो हमको फिल्म का कुंग फु की लड़ाई में बहुत मज़ा आया मुझे एक दोस्त था जो फिल्म का अंधेर की बजह से हमारे साथ सिनेमाघर नहीं आ सका आजकल वह अमरीकी सेना में कम करता है फिल्म देखने के बाद मेरे माथा-पिता ने हमको एक रेस्टोरेंट लिया जहां हमने पिज़्ज़ा खाया मेरी माथा-जी मुझे कही कि पिज़्ज़ा पर मैं आदेश दे सका किसी को मुझे चाहिए तो मैंने अनन्नास के साथ खाया घर लौटकर एक मदारी हमको मनोरंजन किया उसका जादू का इस्तेमाल करके उसने कार्ड और टोपी के ट्रिक्स कीं |   अब तक देर से था लेकिन जाने से पहले हमने केक खाया और उपहार खोले केक चॉकलेट से बनाया था क्योंकि मेरी माथा-जी जानती थी कि चॉकलेट मेरी पसंदीदा था मैंने वाडिया उपहार मिले - खिलौने, सी.दी., गेंद लेकिन सुबसे अचा उपहार एक कुत्ता था कई साल के लिए मैंने इस कुत्ता का देखभाल कि एसा मनोरंजक पार्टी भी सुबसे अचा अंश दोस्त और संबंधी के साथ होना |

Arush's Happiest Day

मेरा सबसे ख़ुशी को दिन तब था जब मैंने रॉजर फेदेरेर को आमने-सामने देखा। मैं और मेरे दोस्त हर गर्मियों की छुट्टियों में सिन्सिनात्ति जाकर टेनिस देखने जाते है। हम यह पिछले तीन साल से कर रहें है। तो तीन साल पहले जब में पहली बार गया तब मैंने कई मशहूर टेनिस प्लेयर्स को देखा लेकिन मुझे सिर्फ रॉजर को देखने की ख्वाहिश थी। हम शुक्रवार के दिन को सुभे आठ बजे सिन्सिनात्ति के लिए निकले। वहा हम ११ बजे के करीब पहुंचे। वहा पहुँच के सबसे पहले हमने दिन का काय्राक्रुम ढूंडा और योजना बनाई। उसमे लिखा था की रॉजर चार बजे कोर्ट नंबर १० पर अभ्यास करने के लिए जाएगा। क्योंकि काफी वक्त था चार बजे तक तो हमने स्टेडियम में जाकर कोई और मैचेस देखे। स्टेडियम बहुत बड़ा और सुन्दर था। क्योंकि शुक्रवार का दिन था और काफी लोग काम पर थे तो कई सीटें खाली थी। हमने अपनी सीटें छोडके आगे की सीटें ली। तकरीबन नब्बे डिग्री तापमान था और सूरज हमारे बिलकुल सर पर था। जब तीन बजे तो हम कोर्ट नंबर १० की ओर गए। वहा बहुत भीड़ थी, सब रॉजर को देखने आये थे। वहा स्टेडियम से भी ज्यादा लोग थे। हमने एक घंटा इंतज़ार किया। सब लोग बहुत उत्तेजिद थे। जब चार बजे तो सब अपनी टोपी या बड़ी टेनिस बॉल लेकर लाइन में खड़े हो गए। मैं भी खड़ा था क्योंकि मुझे रॉजर का हस्ताक्षर चाहिए था। रॉजर दूर से दिखाई दिया और सारे लोग खड़े हो गए उसकी एक झलक देखने के लिए। वह मेरे सामने से गुज़रा। मैंने उसको सिर्फ टीवी पर देखा था लेकिन पहली बार मैंने उसको असली में देखा। वह मेरे से सिर्फ कुछ इंचो दूर था। मैंने उसको कहा की वह मेरा सबसे मनपसंद टेनिस खिलाड़ी है और उसने मुझे शुक्रिया कहा। 

और यह मेरा सबसे ख़ुशी का दिन रहा। 

Shabab's Happiest Day

शबाब

मेरे ज़िन्दगी के  सब से ख़ुशी का दिन दो साल पहले मेरे अतारह  जन्मदिन पर था। उस दिन नाश्ता करने के बाद मैंने आपने दोस्तों के साथ बहार फिल्म देखने के लिए गया। फिल्म बहुत अच्छी थी और आज तक मेरे मन पसंद फिल्म रही है। फिल्म देखने के बाद हम एक बंगलादेशी रेस्टोरेंट में खाने के लिए गए। हमने खूब मस्ती की। खाने के बाद मैं और मेरे दोस्तोने स्टोनी क्रीक पार्क गए तयार ने के लिए। हमने एक छोटी नाव भी लिया कुछ देर के लिए। हमने बहुत मज़े किये। मुझे घर वापस आते आते आट बज गए। जब मैं अन्दर गया तो सारे लाइट बंद थे और सिर्फ अँधेरा था। अचानक रौशनी आ गया और मेरे सारे परिवार ने मुझे सुप्रिसे करके जन्मदिन की मुबारक दी। मैं बिलकुल चोक गया था। मुझे यकीन ही नहीं आया की मेरे सारे परिवार यहाँ था। मैं बहुत खुश थी। सब ने मेरे लिए थोफे लाये। उस दिन मुझे बहुत प्यार मिला। मैं ये दिन कभी नहीं भूल सकता। मुझे आशा है की मेरे आना वाले कल में ऐसे ही ख़ुशी मिलें और में अपनी परिवार और दोस्तों के साथ रह सकों।

Amrisha's happiest day

जिंदगी में मेरा सुब से कुश दिन था जब में उन्नीस साल की हुई | वह जनमदिन इस साल हुआ नौ अक्टूबर पर | उस दिन जब मैं उठी मेरे दोस्तों ने मेरे लिये नाश्ता बनाया | नाश्ते में मेरा सब मनपसंद खाना था | नाश्ते के बाद मैं अपने माता-पिता के घर गई और कुछ तोहफे खोले | मुझे सौ डॉलर का गिफ्ट कार्ड मिला, एक नया फोन मिला, और कुछ कपडें भी मिले | जो कुछ मिला मुझे सब अच्छा लगा | सब तोहफे खोलकर मैं तैयार हुई और मैं और मेरा परिवार बाहर दोपहर का खाना खाने गए | हम एक अच्छी सी थाई रेस्टोरेंट में गए और बहुत मज़ेदार खाना खाया | जब हमारे पेट भर गए, हम वापस माता-पिता के घर गए और मैंने केक काटी | उस के बाद मैं अपने घर गई और मैंने थोड़ा आराम किया | आराम करके मैं और मेरे सब दोस्तों सुंदर हुए और मेरे पार्टी के लिये सब तैयारियाँ की | पार्टी में मैंने बहुत बात-चीत की और मैं बहुत नाची | सब लोग ने मज़ा किया | पार्टी रात को तीन बजे खत्म हुई तो इस लिये मैं बहुत थक गई | जब सब लोग घर गए मैं अपने कमरे में जाकर कुशी-कुशी सो गई | वह पूरा दिन बिल्कुल उत्तम था  और मेरा सब से कुश दिन ! 


Zubin's Happiest Day

मेरा सबसे ख़ुशी का दिन पिछले साल गर्मियों में था. मैं पुरे दिन अपने दोस्तों के साथ बाहर था और हमने खूब मस्ती की. पहेल सुबह उटकर हम सब बहार दोर्द्ने गए थे. मुझे दोर्दना बहुत पसंद है तो मुझे ज्यादा दिक्कत नहीं हुयी थी लेकिन मेरे दोस्तों काफी शोर मचा रहे थे. उसके बाद हम नदी में तेरने गए थे. पानी ज्यादा ठंडा नहीं था तो हम बहुत देर तेरे. तेरने के बाद हम सब खाना खाने गए. हम एक हिंदुस्थानी रेस्टोरेंट गए और उनके बुफे में काफी नया खाना था. हमने सब चीज एक बार खाई थी. हम बहुत भूके थे. जब पेट भर घ्य तब हम तुरुन्थ बाहर चले गए. थोडा डाउनटाउन घूमकर हमने खाना पचाया, और उसके बाद हमें फिरसे भूक लगने लगी. इस बाहर हम बेन एंड जेर्र्य्स की दूकान पर जेक आईस क्रीम खाई. मैंने एक बहुत बड़ा कोन लिया. उसके उप्पर मैंने स्ट्रॉबेरी और चॉकलेट आइसे क्रीम डाली और स्प्रिन्क्लेस और ओरीओ कूकीज डाली. बहुत शानदार अईसे क्रीम कोन था. फिर हम सिनेमा गए और अवेंगेर्स देखी. इस पिक्चर में बहुत एक्शन था और इसलिये हम बिलकुल सीट से हिले नही. यह शायाद मेरी टॉप दस फिल्मो में से एक थी. फ़िल्म देखेर हम जिम गए और कसरत करी और बास्केटबॉल भी खेले. मैं बहुत थक गया था लेकिन अभी रात बाकी थी. हमने रात में खूब मस्ती की और फिर रात के तीन बजे आकर मैं फाइनली बिस्तर में गिर गया.

Happiest Day

सुशंथ बोडा 

मेरी ज़िन्दगी का सबसे ख़ुशी का दिन पिछले तिन साल मेरा नया भतीजा है। इसका नाम साईं है। साईं  बहुत छोटा है मेरे हाथ मे। उस समय मई और मेरे परिवार के साथ मुंबईमे  हॉस्पिटल से है। साईं मेरे बारा भाई की बीटा है। मै बहुत खुश हूँ क्यूंकि मै एक चाह बन गया! साईं बहुत प्यारा था। अस्पताल छोड़ने मैं उसे मेरे हाथ में आयोजित। मई उसे देख नहीं रोक सकता है. लेकिन अगले हफ्ते मै घर वापस आने था। तब से हर महिना मै साईं के साथ फ़ोन और स्काइप "skype" करता है। वह बहुत बार हो गया तब से। वह अब बात कर सकते है। व स्कूल जा रहा शुरू करुगा। इसका कलास मै वह बहुत होशियार। अगले साल वह मुझे यात्रा करने आ रहा है। मैं उसे देखने के उत्साहित कर रहा हूँ मई उस अन्न आर्बर दिखाने के जा रहा हूँ।साईं  कैंडी बहुत प्यार करता है. वह अमेरिकी कैंडी की कोशिश कभी नहीं है। यह एक बहुत ही मजेदार समय होगा। यह मेरा सबसे ख़ुशी का दिन। 

Isha's happiest day

मेरी सब्सी ख़ुशी दिन था जब मेरा कुत्ता घर आया. मैं और मेरा परिवार जुलाई में दूकान गये  और एक छोटा सा कुत्ता देखे. कुत्ता काले, सफ़ेद, और कतई था. कुत्ता हमको गोल गोल अंक से देखता था. यह कुत्ता हमारे दादा-दादी का कुत्ता सामान था. मैं इस कुत्ता बहौत पसंद था और मेरे बाप को यहाँ बात कहा. लकिन वे यह कुत्ता नहीं पसंद था. मेरा माँ कुत्ता को पसंद था, लकिन दोनों बड़े कुत्तो  का  डर था.  कुत्ता केज में था, तो में और मेरी भाई दुकानदार को पुछा अगर हम कुत्ते  से खेल सकते थे. कुत्ते केज से बहार आ गया और सबसे पहले मेरा बाप से गया और गोल गोल अंक से देखा. तुरंत मेरा बाप यह कुत्ता को पसंद था और मेरी माँ भी. हमको फेसला किया की यह कुत्ता हमारे घर में आएगा. मेरा भाई यह कुत्ता "बालू" कहा और कुत्ता छाल कि. यह उसके नाम था.

शाम को  मैं और मेरा परिवार बालू के साथ  खेलता था. हमारे एक पडोसी भी आया और बालू के साथ खेला. रात में मेरा नाना-नानी और दो मामा-मामी हमारे बालू को देखने हमारे घर आया. बालू एक और कुत्ता रास्तो में मिला और उन दोनों को दोस्त बन गया.  दिन भर  लोग हमारे घर में था, बालू के साथ. अच्छा खाना खाया और गेम्स खेला. यह मेरी सब्सी ख़ुशी दिन था क्योकि हमारे परिवार साथ साथ था और एक और नया सदस्य था, बालू! तीन साल के बाद बालू हमारे पास है. रोज हमारे घर में शोर और मजाक है.
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मेरी ज़िन्दगी का सबसे ख़ुशी का दिन था


मुझे याद नहीं है मेरी ज़िन्दगी का सुबसे ख़ुशी का दिन या, लेकिन एक दिन बहुत अच्छा दो साल पिछले था .  यह 
 दिन  मेरे नानी और नाना का वार्षिकोत्सव  था .  पचास साल हो गये ! मेरा परिवार पार्टी नानी और नाना के साथ के लिए भारत गये .  लेकिन उसको पता नहीं हैं ! रात पिछले के उसके पार्टी पर मेरा परिवार दिल्ली का एरपोर्ट पहुंचे . पहुंचकर हम उसके घर गये .  हम घर का अंदर . बहुत आश्चर्य के साथ हम से देखे .  उसको बहुत कुशी लग रहे था ! मेरे माथा-पिता , मेरा भाई , मरी नानी और नाना  - सुब लोग ज़ोर बात किये , और बहुत जोश लग रहे था .

बाद का दिन जशन था .  दिन के दौरान मेरा परिवार ने बॉलीवुड फिल्म देखे और नानी और नाना के साथ बात किये .  वह रात बहुत बड़ा पार्टी था .  मै ने स्वादिष्ट खाना खायी , बड़ा परिवार से मिली , और अपनी चचेरी भाई और चचेरी बहन के साथ नचाई . शाम भर मेरे नानी और नाना मुस्का रहे थे .

यह दिन बहुत अच्छा . मेरे नानी और नाना विशेष करके कुशी और भावुक लग रहे थे .  मेरा परिवार शिकागो में रहा हैं और मेरे नानी और नाना न्यू दिल्ली रहे हैं अथ अक्सर हम उस से नहीं मिले थे . किराया बहुत मेहेंगी और माय और अपना भाई स्कूल जाते हैं अथ हम सिर्फ यक बार हर साल उस से मिलते हैं .  वह साल हमने बहुत हेसन उस को दिये !  उसके चेहरे देखकर मैं सोची की शयुद वह दिन सबसे ज्यादा कुश था !

Nithin's Happiest Day

मेरा सबसे अच्छा दिन दो साल पहेले था| इस दिन का तारीख आठारह दिसम्बर है| इस दिन बहुत सामान्य से शुरू किया| मैं सात या आत बजे उठकर नाश्ता खाया|  लेकिन जब मैं अपन स्कूल गया, मेरा दिन बहुत रोचक बन गया|  पहेले मैं अपना अमेरिकी सरकार की कक्षा में अपना परीक्षा का ग्रेड दिया था| मैं सोचा कि मैंने परीक्षा पर बहुत बुरा किया| लेकिन मैंने सटीक विपरीत किया| मैं कोई सवाल नहीं चूका| यह मुझे बहुत कुश बनाया| लेकिन यह सिर्फ शुरुआत थी| कक्षा के बाद मैं खाना चला गया| जब मैं एक बैठने जगह के लिए देखा रहा था, मैं एक कुर्सी अंजलि के पास मिली| दो साल पहले मैं अंजलि पर एक क्रश था| तो मैं उसके पास बैटा| हमने  लंच के साध्यान से बात किया| मैंने  उसके बारे में बहुत सीखा| यह भी बहुत कुश बनाया लेकिन मेरा दिन भी बेहतर हो जा रहा था| मैं मेरा अगले दो कक्षा के लिए सिर्फ अंजलि के बारे मैं सोचा| फिर मैं अपना दोस्त नवीद को बात किया| वह बोला "मैं सिर्फ यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में मिला|" वह बहुत कुशी थी और मैं उसके लिए कुश था| लेकिन यह खबर मुझे थोड़ी विषादी बनाया क्यूँकी मैं मिशिगन से नहीं सुना था और मैं वहा जाना चाहता था| यह खबर भी मुझे भयभीत बनाया कि मैं मिशिगन में नहीं मिला| तथापि जब मैं अपना घर गया मैं अपना ईमेल जांचा| मैं सिर्फ एक नया ईमेल लिया| मैं वह खोला और वह कहा "बधाई नितिन एड्र आप..."| यह तीन घटने ने मुझे बहुत कुश बनाया और आठारह दिसम्बर यादगार बनाया|

Happiest Day

मेरी सुबसे कुशी दिन तय करने बहुत मुश्किल है क्योंकि सिर्फ एक दिन नहीं है। कोई बहुत कुशी दिन है और में एक कुशी लोग हूँ। पहेली मन कुशी दिन पाँच साल पहेली थी। मुझे याद है मेरी पहेले बार में एक असली तुर्की बातचीत बोली थी। में एक तुर्की परिवार के लिए रहते थी और आपने माँ के साथ शब्दकोश के लिए मेज पर बेटी थी। हम आपनी शब्दकोश के लिए बोलयी। मेरी पहली तुर्की बातचीत मच्छरों के बारे में था। हम सिर्फ तुर्की बोली क्योकि मेरी तुर्की माँ अंग्रेजी नहीं बोली थी।

 मेरी दूसरी पसंदीदा खुशी दिन भारत में दो साल पहले थी। में अपपनी कंपनी, सन्त्रिस्य्क्ले, के लिए था। हम भारत जाऊंगा डॉक्टरों ने पूछा कि अगर हमारे अपकेंद्रित्र उपयोगी था और वे लोग बोलता थे कि सिर्फ उपयोगी नहीं, यह जीवन को बचाने होगा। मैं लगभग रोयी क्योंकि हम इस मामले में इतना काम कर दिया। उस दिनों स्नातक के बाद में क्या होगा की शुरुआत थी।

एक और कुशी दिन अगले गुर्मी था। मेरी दूसरा मन कुशी दिन में मैं आपनी काम करके दो सबसे अच्छे दोस्तों के लिए रात के खाने खानी थी। रात के खाने के बाद में मेरी काम की दोस्तों के लियी बॉलीवुड की रात गया। हम आधी रात तक नृत्य। बॉलीवुड की रात में मैं अपनि काम की दोस्त के लिए गर्मी संबंध शुरू कर दिया। बॉलीवुड की रात में कत्म नहीं होता था। कोई दोस्तों के लिए एक दोस्त की घर गया और अधिक नृत्य किया। अच्छा  एक रात। 

मेरी ज़िन्दगी की सबसे खुशी थी दिन


मेरी ज़िन्दगी की सबसे खुशी थी दिन था जब मेरा भाई पैदा हुआ था उन्नीस छियानवे में. उसका जनम बीस फरवरी पे हुआ था. मैं सिर्फ चार साल की थी जब मेरा छोटा भाई का जनम हुआ. मैं काफी दीर से बोल रही थी के मैं एक छोटा सा भाई या बहन चाहता था. थो जब मुझे के भाई मिला, थो मुझे बहुत ही ख़ुशी हुई. मैं उसका छोटा सा नाक, चोटी सी आँखें, और छोटे छोटे उँगलियों को देखकर बहुत प्यार आई. 


मुझे लगा था के मेरे पास एक गुडिया मिली! मैं मेरा भाई आदित्य के साथ हर वक़्त खेल सकती हूँ और बहुत मज़ा आएगा. लेकिन मेरी सोच थोड़ी गलत थी. जब मेरी माँ और भाई घर आये पहली बार तो मैं बहुत ही जल्दी सीख गयी के एक बच्चा बहुत काम है. वह हर वक़्त रोता है या कुछ खाना चाहता है या सोता है. और इन सब के ऊपर वो बहुत ही छोटा और नाजुल था तो मैं तीख तरीकें से खेल नहीं पाती. 


एक चार साल की बच्ची के लिए, यह सब बहुत ही कष्टप्रद था. लेकिन जब मैं बड़ी हुई थो मुझे एहसास हुई के यह दिन मेरी ज़िन्दगी की सबसे ख़ुशी की दिन थी. अब मैं जानती हूँ के बच्चओं, बहुत काम होने के बावजूद, हर परिवार के जान और ख़ुशी की कारन होते है. मैं छोटी बच्ची होने में नहीं समझ सकती लेकिन अब मुझे समझ आई. मेरअ छोटा भाई का जनम होना मेरा सबसे ख़ुशी की दिन थी. 

मैं और मेरी बड़ी बहन 



यह सवाल बहुत मुश्किल है। मैंने बेह्टर दिन देखे है।लेकिन अगर मुझे चुनना परता है, मैं कहना चाहती हूँ कि मेरी ज़िन्दगी का सबसे खुशी का दिन तब था मैं अलास्का गयी। मैं अलास्का गयी क्योंकि मेरी बहन वहां रहती ती। मैं शिकागो से उड़ी और वह उड़ान बहुत लमबि थी। पूरी उड़ान के लिए मैं बहुत उत्साहित थी और मैं 

अपनी बहन को देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकी. मैं बहुत समय के लिए विमान 
में सोयी। 



यह गर्मी बहुत अच्छी थी। मैंने दो कक्षाएं ली और डेकेर में काम की तो मुझे छुट्टी चाहिये था। 
और यह मेरी पहली यात्रा अलास्का में थी। मैंने सात महीनों में मेरी बहन को नहीं देखा 
था और मैं बहन के साथ एक हफ्ते के लिए ठहर रही थी। 

जब मैं उठी, हम लगभग वहाँ थे! मैंने खिड़की से बाहर देखा और वह बहुत सुंदर था। जब मैंने विमान से 
बाहर कदम रखा, तो बारिश हो रही थी। मैं मेरा सामान लेकर बाहर गयी। मेरी बहन मेरा इंतज़ार कर  
रही ती।  मैं उसकी तरफ दौड़ी। मैं बहुत खुश थी! हम गाड़ी में घर गए और हमने पलंग पर बैठकर बातचीत 
की। हम बहुत हसे। फिर उसको काम के लिए जाना पड़ा तो मैं उसके दोस्तों के सात "ईगल लेक" गयी। 
यह लेक बहुत बहुत सुंदर था।  और वहाँ लेक के भीतर पहाड़े थे। हमने आग पर ताजा मछली और सब्जिया 
पकायीं। यह खाना बहुत अच्छा था। मेरी बहन के दोस्त बहुत अच्छे हैं। फिर, हम घर गये। मेरी बहन भी घर आयी 
थी तो हमने  फिल्म देखी। 

यह दिन बहुत अच्छा था।




My happiest days


अंकिता बधवार
23 अक्टूबर 2012 
मेरे सबसे ख़ुशी भरे दिन
वैसे तो मैं अपनी ज़िन्दगी से बहुत खुश हूँ और मेरी ज़िन्दगी में कई ख़ुशी भरे दिन आये हैं. लेकिन, अगर मुझे चुनना पड़ेगा, तो मेरा सबसे ख़ुशी का दिन था जब मेरी बहन पैदा हुई थी. मेरी बहन मेरी सबसे अच्छी सहेली है. हम दोनों एक दुसरे के बहुत करीब हैं. जब वह पैदा हुई थी, तब मुझे बहुत ख़ुशी हुई थी. मुझे वह दिन अच्छे से याद तो नहीं है लेकिन मेरी माँ मुझे बताती है की मैं हमेशा अपनी बहन के पास ही रहेती थी. मेरी माँ मुझे बताया करती थी की मैं किसी और को उसके पास जाने नहीं देती थी और मैं रोज़ पूछती थी "क्या मैं अपनी बहन की देख-भाल कर सकती हूँ?" मेरी माँ मुझे उसकी बहुत देख-भाल तो नहीं करने देती थी क्योंकि मैं छोटी थी और वह बहुत नाज़ुक थी. लेकिन, फिर भी, मैं हमेशा उसके पास ही रहती थी और उसके साथ बहुत खेलती थी. एक दिन, मैं बहुत बिमार पड़ गयी और मुझे छोटी चेचक लग गयी. जब किसी को छोटी चेचक लगती है, वह किसी और के पास जा नहीं सकता, खास करके छोटे बच्चों के पास क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा अच्छी नहीं होती और उनके बिमार पड़ना उनके लिए खतरनाक हो सकता है. इस लिए, जब मैं एसे बिमार पड़ी, मेरी माँ मुझे अपनी बहन के सामने जाने नहीं देती थी और मुझे बहुत गुसा आता था क्योंकि मैं उसके साथ खेल नहीं पाती थी. मुझे अपने बहन के जन्म के बारे में बहुत कुछ तो याद नहीं लेकिन इतना याद है की जब वह पैदा हुई, मुझे बहुत ख़ुशी हुई थी क्योंकि मुझे एक साथी मिल गया था जिसके साथ मैं खेल सकूं.
इसके बाद, मेरा सबसे ख़ुशी भरा दिन था जब मैं अपने दो बहुत अच्छे दोस्तों से मिली. एक का नाम एमिली है जिसके साथ मैं एक अपार्टमेंट में रहती हूँ. दुसरे दोस्त का नाम पैट है. पैट हमारे साथ रहता तो नहीं है लेकिन, फिर भी, वह हमेशा हमारे अपार्टमेंट में ही होता है. हम तीनों दोस्त एक दूसरे के साथ बहुत मस्ती करते हैं. और मैं कभी नहीं भूलूंगी की हम कैसे मिले थे. जब हम यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन आये थे ओरिएंटेशन के लिए, हम तीनों बहुत डरे हुए थे क्योंकि हम यहाँ बिलकुल अकेले आये थे. हमारे आस पास जो लोग थे, वे अपने किसी जान पहचान के साथ आये थे यहाँ ओरिएंटेशन के लिए. लेकिन, जब हम सब टूर पर जाने लगे, मुझे एक लड़की दिखी. मैंने उसको कुछ नहीं बोला क्योंकि मैं बहुत परेशान थी. लेकिन, एमिली ने अपने आप को इन्त्रोदुस किया और वह मेरे साथ बात करने लग गयी. मुझे उस ही वक्त से एमिली बहुत अच्छी लगी और हम दोस्त बन गए. फिर, हम एक दूसरे के साथ रात का खाना खा रहे थे कैफेटेरिया में जब पैट हमारे साथ आके बैठ गया और उसने भी अपने आप को इन्त्रोदुस किया. ओरिएंटेशन के दूसरे दिन, जब रात आ गयी, हम Amer's Deli चले गये और वहां बैठ कर बहुत बातें की. जब जाने का वक्त आ गया, हमने एक दूसरे के साथ टेलीफोन नंबर विनिमय किये और ओरिएंटेशन के बाद, बाकी की गरमियों की छुट्टियों में एक दूसरे से बात की. जब हमारी कक्षाएं शुरू हुईं, हमारी दोस्ती और भी बड़ गयी.

Akul's Happiest Day

मेरी ज़िन्दगी का सबसे ख़ुशी का दिन था जब मुझे कॉलेज में स्वीकार होने का पत्र मिला था. उस दिन मुझे इस बात की कुशी थी की अब मुझे अपने भविष्य के बारे में अब कोई दर नहीं था. क्यूँ की अब मुह्जे अपने भविष्य के बारे में कोई दर नहीं था मैंने उस दिन कोई स्कूल का काम नहीं किया. में आराम से घर पर बैठा स्कूल के बाद और मैंने टीवी देखा. टीवी देखने के बाद में दोस्तों के साथ भार खेलने गया क्यों की मुझे काम करने का बिलकुल मन नहीं था. मैंने जी भर कर दोस्तों के साथ खेला तीन-चार घंटों के लिए. जब में घर वौपिस गया मैंने देखा कि मेरे लिए एक और कॉलेज में स्वीकार की चिठ्ठी आई हुई थी. ये देख कर मिझे और ख़ुशी हुई. जब मैंने यह अपने माता-पिता को दीखाया वो भी बहूत खुश हुए. एस बात खी ख़ुशी में वो मुझे भार लगये खाने के लिए. हम सुब मेरे मान-पसंद रेस्टोरेंट गए खाना खाने. एस के बाद घर आकर में पूरी रात नहीं सोया. क्यूँ कि ख़ुशी के मारे सूझे नींद नहीं आ रही थी. वक़्त गुज़ारने के लिया मैंने दोस्तों के साथ कंप्यूटर पर बातें कीं और दो-तीन फिल्में देखीं. यह दिन मारी ज़िन्दगी का सबसे ख़ुशी का दिन है क्यों कि इस दिन मैं दो कॉलेज में स्वीकार हो गया था.

Matt Brown's Best Day

          मेरी बहुत अच्छी दिन पिछले साल थी। रात में मैं नौ घंटे सोना। मैं उठाकर अच्छा लग रहा था। मुझे सिर्फ दो क्लास को जाना पड़ा। दोनों क्लासें जल्दी से ख़त्म की और मैं अपना छात्रवास लौटा। वहां मैं ने एक छोटा झपकी किया। खाना के पहले मैं अपने दोस्त मिला। हम खाना खाकर बोले। काफीहाउस ने मेरा भोजन बहुत पसंद की सेवा किया। स्वादिष्ट! मेरे दोस्त और मैं बाहर में चले। बाहर में मैं ने पांच डॉलर मिले! हम "पिनबॉल पीट्स" गए और बहुत आमोद किये। वहां मैं ने अपनी नए पांच डॉलर का प्रयोग करके बहुत खेल खेले। मैं ने एक बड़ा खिलौना जीता। आज मेरे पास वह खिलावना अब तक करता है। 
          खेलने के बाद हम छात्रवास को लौटे। वहां हम ने आराम किया जब तक हम ने रात का खाना खाया। खाना के लिए हम मेरा रेस्टोरेंट बहुत पसंद गए। रेस्टोरेंट खाली था! मैं ने एक बहुत बड़ा स्टेक का अनुरोध किया। हमारे खाना जल्दी से पहुंचे। हम बहुत धीरे से खाकर बोले। रात का खाना के बाद हम ने मिठाई का अनुरोध की। मैं ने एक बहुत अच्छा मिल्कशेक पिया। तब तब छात्रवास को लौटे। हम ने विदीओगेम खेले और मैं ने सब खेल जीते! खेलने के बाद हम ने एक नई फिल्म देखी। हम हँसे, हम रोए, और हम मुस्कराए। हर वह पसंद है। फिल्म के बारे में एक अनाथ कि  एक मुश्किल जीवन रहता है लेकिन तब वह एक मिलियन डॉलर मिला! एक फिल्म प्रेरणादायक थी। उस रात को बिस्तर को मैं मुस्कराकर गया।

रविवार, 21 अक्तूबर 2012

Emmaline's Happiest Day Ever

          मेरे जीवन का सबस खुशी दिन था जब मेरे छोटे भाई अस्पताल से घर आया था। मेरे छोटे भाई का नाम लेवी है। वह बारह साल मेरे से छोटी है। वह बहुत बीमार पैदा हुआ था। वह सांस नही सकता था क्योकि उनके फेफड़ो में तरल था। लेवी नीला था जब वह पैदा हुआ था। इस वजह से, वह तुरंत अपनी माँ से दूर ले जाया। वह दो सप्ताह के लिए गंभीर हालत में था। वह ट्यूब उसके मुंह, नाक और नाभि में जा रहा था। भी बदतर है, कोई भी उसे पकड़ करता था। यह बहुत बुख की बात है और डरावना था। मेरी माँ ने उसके साथ दो सप्ताह तय लिए अस्पताल में रुके थे, और हर रोज़ मैं उन्हे अपने पिता जी और बहन के साथ यात्रा करती थी। यह मेरे परिवार के लिए बहुत कठिन समय था। वह मर सकता था। मेरे जीवन का सबसे खुशी का दिन था जब लेवी काफी स्वस्थ के लिए घर आना था। वह अभी भी बहुत बीमार था और एक लंबे समय के लिए कमजोर है लेकिन धीरे धीरे वह मजबूत होता था। आज लेवी एक बहुत बड़ा और मजबूत लड़का था। वह भी खेल खेलता है। लेवी अभी सीखा है कैसे अपने जुते टाइ किया, और वह अपनी कक्षा में सबसे अच्छा पाठक है। वह स्वस्थ और स्मार्ट है। और, वह हमेशा मुझे हंसी बनाता है। मैं बहुत खुश हूँ कि मैं आज एक छोटे भाई है। मैं देख उसे बदने से प्यार करते हूँ। मैं उसके बिना आपने जीवन की कल्पना नही क्र सकते हूँ। मैं अपने बच्चे के भाई को बहुत बहुत प्यार करती हूँ! 

मेरे जीवन में सबसे खुशी का दिन है.

मेरे जीवन में सबसे खुशी का दिन है । एक दिन मैं नीचे सड़क पर चल रहा था । चमक और पक्षियों के सूरज गा रहे थे ।यह गिरावट में था और पत्ते गिर रहे थे । वे सब अलग रंग, लाल, पीले, भूरे और नारंगी थे। गिरावट मेरा पसंदीदा मौसम है तो मैं गिरने के दौरान आम तौर पर खुश हूँ। लेकिन आज विशेष था। आज मैं मिशिगन विश्वविद्यालय के परिसर का दौरा जा रहा था। मेरा परिवार भी आया। मेरी माँ, पिता, और बहन। मेरी बहन का नाम मैडिसन है। वह चौदह साल का था तो वह नहीं आना चाहता था, लेकिन माँ उसे दबाया। मैं परवाह नहीं था अगर मैडिसन उदास था. मैं बहुत खुश थी। मैं परिसर देख प्यार करता था। टूर गाइड ने हमें चारों ओर ले लिया और हमें सभी इमारतें दिखाया। एन आर्बर बहुत लैंग्स्बुर्ग की तुलना में अलग है। एन आर्बर बड़ा है जबकि मेरे घर शहर बहुत छोटा है। उनके चारों ओर सभी बड़ी इमारतों और इतिहास थे। मुझे सभी मजेदार तथ्य सीखने प्यार। वहाँ एक दिलचस्प कट्टर पुस्तकालय के बगल में था। टूर गाइड हमें मेहराब की कहानी बताया. यदि आप किसी को चुंबन, तुम उन्हें शादी। मैं शादी अब नहीं करना चाहती, लेकिन कथा बहुत रोमांटिक है। मैं हमेशा रोमांस की कहानियों से प्यार किया है। हम मेहराब के बाद चला गया और पश्चिम ट्रैक्टर कैफेटेरिया में खाया। मुझे भूख नहीं थी, मैं केवल भी परिसर के अधिक देखना चाहता था। लेकिन हम बहुत अधिक समय नहीं था। दोपहर का भोजन करने के बाद यह माता पिता का था और सवाल पूछा. मैं थोड़ा उदास था। मैं मिशिगन विश्वविद्यालय में मुन्ना कॉलेज जाने का इंतजार नहीं कर सकता।मुझे पता था कि यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा समय होने जा रहा था।

Krishna Bathina favorite day

कृष्णा 

मुझको  लम्बे समय के लिए संगीत पसंद है। जब में पांच साल का हैं, मेरी माँ मुझे एक तबला ख़रीदा। यह बहुत अच्छा, चमकदार, और जोरदार है। मैं लेसंस लेने शुरू कर रहा है। वे बहुत मज़ा थे। इस की वहां से, मुझको संगीत पसंद हैं। दो साल बाद, मैं मृदंगम खेलने शुरू किया। यह भी बहुत मज़ा है। चौथी कक्षा में, मैंने कोरस जुदा औरपांचवी कक्षा में, मैं ऑर्केस्ट्रा जुदा। हालांकि मैं अभी भी उन सकती केलता हूँ, वायलिन और दृम्स मेरे प्रिय हैं। 

दसवी कक्षा का एक दिन, मेरे लिए सबसे कुशी का दिन था। सितम्बर में, सैटरडे पर, मैं ग्रेगोरी सप्प्स वायलिन स्टोर गया। मेरी माँ मुझे एक अच्छा वायलिन ख़रीदा। सब से पहले, मैं लकड़ी चुना। तो, मैं बो चुना। मेरी वायलिन हलके भूरे रंग है और मेरा बो,धुप में, बहुत चमकदार है। बाद में, मेरी बांह आकर मापा। तो, मैं कसे और सामान चुना है। दो महीने बाद, मेरी वायलिन समाप्त किया। यह बहुत सुंदर है और मैं इसका इस्तोमाल करता हैं। 

उस दिन मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण था क्योकिं संगीत मेरे जीवन का एक बड़ा हिस्सा भरता। आमतौर पर, मैं संगीत को सुन रहा हैं या खेल रहा है। यह भी मेरे परिवार और मेरे दोस्तों लिये महत्वपूर्ण है। 

Abhay's Happiest Day

मेरा सबसे उच्चा दिन था जब मैं कॉलेज गया. मैं अठारह साल था और मैं कभी घर से नही रहा था. हाई स्कूल में मैं  विस्वविद्य्लाया की मिशिगन का बहुत पसंद किया और हर साल मैं एक-दो बार यहा आ था. गर्मी कतम हुई  थी और मैं दोस्त से नमस्ते कहा. मेरा घर दो गुनते यहा से धूर है. यहा पहुँच कर मैं ने बहुत माता और पिता जी को नमस्ते कहा. उन ने रो-रो कहा थे की मुझसे छोना से उदासी लगती थी. समय पर मैं ने इस बात को नही सोचा लेकिन अगला हफ्ते में मैं ने इस तरह की सोचा. मेरा पहेला दिन में बहुत सरे चीज़े किये थे. पहेले मैं ने मेरा कमडा का रहेने वाला को मिला. उस का नाम डेविड है. डेविड को इंग्लैंड में रहा था लेकिन उस को अमेरिका को बहुत पसन्द करता था. हम दोनों कमरे को उच्चे देखने की कोशिश की लेकिन हम दोनों लरके हैं और हम को कौशल नही जानते थे. दो गुनते में हम ने कमरा से छोड कर शहर में घूमे. उस दिन का मौसम बहुत उच्चा था और हम तीन गुनते के लिए सरक से सरक चले. पूरे  शहर हम को बहुत सुंदर लगी थीं.  वह रात हम दोनों ने हमारे इमारत की रहेने वाले को मिले. उस हर किसी की पहेली रात थी और हम सुब बहुत कुशी थी. वह रात मैं डेविड और मेरा नही दोस्त पीटर ने एक फिल्म देखी. अभ मेरा पास दो और साल है और मैं बहुत उत्तेजिता हूँ. 

एक दिन ग्रीस में



एक दिन जब मैं और अपना परिवार ग्रीस में था, मेरा सबसे अच्छा दिन था. मेरा पिताजी ग्रीस से है और हर दुसरे गर्मी हमने एक छुट्ठी पर जाता था.  ये दिन का सुबह में मेरा दादा और दादी नाश्ता पुके रहे थे.  हुवा का गंध बहुत अच्छा था.  मैंने उठाकर खिड़की बाहर को देखा.  नीला का पानी बहुत सुन्दर था, और इस ही मुझे खुश बना था.  हम ने नाश्ता एक साथ खाये थे.  तो हमने  निर्णय किया कि हम समुद्र तट को जाएँगे. मौसम गर्मी और सुखी था.  मेरी याद था जैतून पहाड़ पर सुंडा था.  इन्होने हर जगह था.  मेरा आईपॉड ने ख़ुशी संगीत बाजा बजा रहा था...इसके दौरान में मुझे शांति लगता था. सब कुछ दुनिया में ठीक था.  जब हम ने सागर  पुचाये मेरा बहन और मैंने पानी में दौड़ा.  हमने तौरे, खेले और हँसे चिंता को छोड़कर. हमके माता-पिता ने  हमको मुसराकर देखता था.  कभी-कभी माता या पिता जी ने बोलता था "एलेनी! अलेक्स! सावधान!" और इस के बाद उन्होंने सूरज में लौटने वापस आया था. ग्रीस एक सुन्दर देश है. और भी मेरा दोस्त  मेरा साथ नहीं आ सकता था, मेरा परिवार के साथ समय बिताता हे बहुत अच्छा था. अब जब मैं मारिता खाती हु, मुझे मेरा दादा और दादी ग्रीस में याद करती हु.  मेरा ख्याल है कि क्योकि मेरा बहन और में बच्चे था तो सब कुछ उत्तम लग रहे था, लेकिन दुसरे लोगों के लिए ये दिन ठीक ही था. हम के लिए ये दिन सबसे अच्छा था.  

  

एक मुख्य और ख़ुश दिन


मैं अपने पच्चीस साल में अच्छे और ख़राब दिन जीया हूँ।  मैं बचपन में क्रिकेट और फ़ुटबाल (जो दुनिया "फ़ुटबाल" कहती है) खेलता था।  कभी-कभी हमने जीते और मुझे जीत की सफलता हूई।  मैं यात्रा करता हूँ - मैं दक्षिण अमरिका, यूरोप, भारत, और कई और जगह गया हूँ।  शायद मेरा सबसे पसन्दीदा दिन विदेश में होगा।  परन्तु थोड़ा सा सोचकर, मैं जानता हूँ कि सामान्या दिन था।

इतवार, १५ अप्रेल २०१२।  मैं शिकागो में सागर के नज़दीक रहा, जिसकी आवाज़ मुझे सवेरे खिड़की से आई।  मैं जागा और फ़्लैट छोड़ कर, गाड़ी से उत्तर गया।  मेरी बुआ स्कोकी में रहती है, जो दिलचस्प शहर है जिसमें परदेसी लोग सब देशों से रहते हैं।  मुझे अपने बचपन से स्कोकी पसन्द हुआ है।  मेरी बुआ का एक ही बेटा है, जो विश्वविद्यालय में पढ़ाई करते थे, तो वे अकेली थी।  मैं मिशीगन के विश्वविद्यालय के निमंत्रण का इन्तज़ार कर रहा था और १५ अप्रेल फ़ैसला का दिन था।  अगर वे आधी रात से पहले मुझे कोई समाचार नहीं भेजते तो मैं मिशीगन नहीं जाता।

मेरी बुआ और मैं बात करते हुए बाज़ार गये और वहाँ घूमे-घूमे।  मैसम बहुत अच्छा था - गर्मी हुई।  एक-दो बज कर हम इतालवी भोजन शाला खाने पहुंचे।  मैं बैठ कर, अपना फ़ोन बजा।  ख़बर आ गया - मिशीगन ने मुझे दाखिल दिया था।  मुस्करा कर, मैंने यह ख़बर अपनी बुआ को सुनाया।  "शाबाश!" वे चीख उठी।

सामान्या दिन था।  हमने सामान्यी चीज़ें की।  लेकिन मेरे लिये बहुत विशेष दिन होगा - और अब मैं मिशीगन के विश्वविद्यालय में पढ़ता हूँ।

Ashley's happiest day in her life!

मेरा नाम ऎशली है और मैं इकीस साल की हूँ। मेरा कॉलेज का आखरी साल है और ग्रेजुएशन से पहले मुझे कोई नौकरी खोजना है। पिछले साल भी मैं नौकरी या इंटर्नशिप खोजरी थी। नौकरी खोजना कोई आसान काम नहीं है। बहुत वख्त लगता है और म्हणत भी करनी पड़ती है नौकरी खोजने में। पिछले साल जब मैं नौकरी खोजरी थी, मुझे दो या तीन महीने के लिए तयारियाँ करनी थी। जब सारे इन्तेर्न्शिप्स के फॉर्म्स मैंने बारे, मुझे दो या तीन हफ़्तों के लिए इन्तिज़ार करना पड़ा जब तक मुझे कोई फैसला नहीं मिला। आम तोह पर ईमेल में जवाब आता है अगर इंटर्नशिप मिला या नहीं, और इस लिए में अपना ईमेल रोज़ पांच बार देखती थी। आखिरकार में मुझे ईमेल आया दी.सी से इंटरव्यू के लिए। मैं बहुत कुश हुई लकें यह मेरा सबसे ख़ुशी का दिन नहीं था। वोह कुशी का दिन बादमें आता है। इंटरव्यू के लिए मैं बहुत परेशान थी क्यूंकि वे लोग कोई भी सवाल पूछ सकते थे। इंटरव्यू फ़ोन पर था और इतना मुश्किल भी नहीं था। मुश्किल वख्त तब आया जब मुझे और इन्तिज़ार करना था फैसला सुने के लिए। एक हफ्ते के बाद मुझे एक कॉल आया फ़ोन पर दी.सी से। जब मैं उनके सात फोन पर थी, मैं कांप रही थी क्यूंकि मुझे पता नहीं था अगर वे लोग मुझे लेने वाले थे या नहीं। मुझे बतायगया था की मेरा सिलेक्शन हुआ!! मैं बहुत कुश हुई यह सुनकर और मुझे पहले यकीन ही नहीं हुआ। तुरंत मैंने अपने माता पिता को फ़ोन किया यह खुश खबरी सुनाने के लिए। वे दोनों भी बहुत खुश हुए सुनकर। इस लिए यह मेरा सबसे ख़ुशी दिन था। :) 

Loritta's post: Happiest Day

बहूद लोग शयद् सोचेगे कि यह अगर दिन की दरह, एक साधारण दिन था लेकिन मैं सोचिती हूँ कि यह दिन मेरे जीवन में, सबसे ख़ुशी का दिन थी। इस गर्मी की छुट्टियों में, मैं माता-जी और पिता-जी के साथ सीएटल गयी क्योंकि मेरे बेरे भाई यहाँ में रह रहे हैं। सीएटल की मौसम ख़राब हैं और लगभग हर दिन, बरसती या धंधला होती थी। एक दिन, मौसम बहूद अच्छी थी और सूरज निकला तो मेरे पिता-जी कहे: "इस रात को हम बारबेक्यू करेगे!" पंच बजे को, हमने  नजदीक सुपरमार्केट में, कुछ परचून ख़रीदे। हालांकि मेरी उम्र उन्नीस साल की है और मेरे भाई की उम्र अट्ठाईस की है, अच्छी मौसम देखकर, हम आइसक्रीम के लिए चले गये, जबकि मेरे पिता-जी और माता-जी सुपरमार्केट में परचून खरीदने रहे थे। मैंने अपने भाई के साथ एक आइसक्रीम बंटी लेकिन अपने भाई मेहरबानी करके, मुझे स्वाद और टॉपिंग चुनने दिए। इस के बाद, हमने कार में अपने माता-जी और पिता-जी का इंतजार करके, आइसक्रीम एक साथ खायी।मैं और अपने भाई बहूद करीबी सहोदर हैं और हम कभी नही लड़ते हैं। शायद मैं और अपने भाई अगल शहर में रह रहे और  ये अक्सर नही दखने के कारण, बच्चों की तरह आइसक्रीम बंटने का भावना बहूद खुश था। मुझे लगा कि अपने भाई के साथ अधिक करीबी थी और मैंने यह पल बहूद पाला। और उस रात को, हमने बारबेक्यू किया। मैं उस रात को याद किया कि वातावरण अच्छा था और खाने के बाद, हमने एक चीनी फिल्म देखी। मेरे भाई और मेरे पिता-जी के व्यस्त नोकरी और मेरे भाई सीएटल में, पिता-जी और माता-जी हांगकांग में और मैं अन आर्बर में के कारण, पुरिवर का पुनर्मिलन अक्सर नही है। इसके कारण, यह दिन, मेरे जीवन में, सबसे ख़ुशी का दिन थी।

Nakul - Best day

मेरा जीवन का सबसे अच्छा दिन था जब २०१०. यह मेरा सबसे अच्छा दिन क्योंकी यह दिन मैं बहुत ख़ुशी था. मेरा जीवन का सबसे अच्छा दिन जब विंटर ब्रेक दो दिन के फेले था. यह दिन भी मेरा माँ और पिता शादी का एनिवर्सरी था. तो मेरा दिन सुरु था जब मैं स्कूल गया. मैं यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन का पत्र या इ-मेल देख रहा था. मेरे सब दोस्त मुझे पुचा अगर पत्र आया. मैं सुबह में जानना नहीं था. मेरा दोस्त मुझे खा कि उसकी पास एक पत्र आयी. मैं बहुत डॉ गया था. मेरा सुपना है कि मैं एक दिन एक अच्छा यूनिवर्सिटी मैं जाऊंगा. मैं लंच से एक पत्र नहीं मिल गया था. मैं बहुत उदास लगा था. मैं अपना इंग्लिश कक्षा १ बजे गया. मैं अभी भी उदास था. पन्द्रह मिनट कक्षा सुरु के बाद मेरा फ़ोन रिंग किया. मेरा पास एक न्य इ-मेल मिला. मेरा दिल बहुत तेज तराया. मेरा इ-मेल यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन से आया. इ-मेल से उंदर एक अच्सप्तांस पत्र था. मैं इ-मेल देखा के बाद आवास किया. मेरा दोस्तों पुचा "क्या हुआ"?! मैं खा "मैं यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में एक्सेप्टेड था." मेरा सुब दोस्तों बधाई किया. अब मैं बहुत खुसी लगा था. मैं यह इ-मेल देका के बाद जानता था कि मैं एक अच्छा यूनिवर्सिटी में जा रहा था. मैं बाकी दिन बहुत ख़ुशी था. मैं तीन बजे घर गया. मेने फेले लोग बुलाया था कि मेरा पिता. मैं उस खा " मैं यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में एक्सेप्टेड था." उस मुझे के लिए बहुत ख़ुशी था. तो मैं अपना माँ बुलाया. उस भी मुझे के लिए बहुत ख़ुशी था. मेरा कॉलेज अच्सप्तांस एक अच्छा क्रिसमस उपहार था. और यह दिन मेरा जीवन का सबसे अच्छा दिन था.  

Happiest Day-Sanskriti Varma

मुझे लगता है के मैं सबसे खुश थी जब मुझे यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में स्वीकारोकित मिली। ईमेल मिलने के पहले मुझे बहुत चिंता होती थी। जब मैंने यूनिवर्सिटी की ईमेल देखि मेरे फ़ोन पर तो मुझे बहुत दर लगने लगा। मैं मेरे पिता जी के साथ थी और वे भी डरे हुए थे। मैं डरपोक जैसे ईमेल नहीं खोल रही थी। लेकिन मेरे पिता जी ने कहाँ के जो कुछ भी होता है आछे के लिए होता है। फिर मैंने हिमत के साथ ईमेल खोली और देखा के मुझे स्वीकारोकित मिली। मुझे बेहत ख़ुशी लगा और मैं मुस्कुराती रही। मेरे पिताजी भी खुश थे और उनका मन भी शांत हुआ। हमने मेरे माताजी और भाई को तुरंत फ़ोन किया और उन्हें भी बहुत जोश लगा। मुझे थोडा रोना भी आया था क्योकि मुझे मेरी पूरी जिंदगी में सिर्फ मिशिगन हे जाना था। मेरे परिवार ने हमारे सब रिश्तेदारों को फ़ोन किया। सब को मेरे सफलताओ पर भुत ख़ुशी और प्रंशसा लगा। मुझे पूरी दुनिया को कहना था के में एक मिशिगन वॉल्वरिन हूँ! मैंने  जल्दी मॉल जाकर मिशिगन के नीले और पीले कपड़े खरीदे और मैं रोज ये ही फनने लगी। आज तक मुझे आश्चर्यजनक लगता है कि में अन्न आर्बर में स्कूल जाती हूँ। अन्न आर्बर में चलकर भी मुझे बहुत ख़ुशी होती है। मुझे अपने यूनिवर्सिटी के लिए बहुत स्नेह हैं और हमेशा रहेगा। गो ब्लू! 

सब से अदिक कुशी का दिन Nikhil Vohra



मेरा सब से आदिक कुशी का दिन तिन साल पहले था . उस दिन पर मुझे मिशिगन विश्वविद्यालय से चिट्ठी मिली कि मुझे कॉलेज में प्रवेश मिल गया है. तुरंत मैं कुशी से कुदा था. मैंने अपने माता-पिता को जोर से पुकारा. "मुझे प्रवेश मिल गया." वे बहुत कुशी हुए. उसके बाद दोपहर के खाने में मैंने अपने दोस्तों को बताया. मेरे दोस्तों भी बहुत कुश हुए. उसके बाद मैंने अपने शिक्षको को बताया. वे मेरे लिए भी कुश हुए. उस दिन संसार कि कोई भी चीज़ मुझे नहीं तंग कर सकती थी. में बहुत संदीप्त था. क्लास के बाद मैंने अपने घर जाकर कंप्यूटर पर मिशिगन के कपरे ख़रीदे. उस दिन में मैंने फुटबोल का अभ्यास करने के लिए एक मिशिगन कि टोपी पहनी. अभ्यास के बाद मैंने अपने रिश्तेदारों को भारत में फ़ोन किया. मेरी नानी और मेरी मसि अच्छी खबर सुनकर बहुत खुश हुई. उसके बाद मेरा सारा परिवार डिनर के लिए एक रेस्टोरेंट को गया. हम सब मेरे मन पसंद रेस्टोरेंट में खाना खाने गये . उस रेस्टोरेंट में मैंने बहुत मची खाई. उस रातको जितने छात्रों को (मेरी कक्षा से) मिशिगन यूनिवर्सिटी में प्रवेश मिल्ला, वे सब छात्र मेरे गर पार्टी के लिए आये. पार्टी के लिए हम सब ने मिशिगन यूनिवर्सिटी के रंगो के कपरे पहने. मेरी माता-पिता ने विश्वविद्यालय के रंगो एक केक बनाया. पार्टी में हम सब ने बहुत मज़ा किया. मैं वह दिन में कबी नहीं बुल सकूँगा. उस दिन से आज तक मुझे मिशिगन विश्वविद्यालय बहुत प्यार लगता है.

शनिवार, 20 अक्तूबर 2012

Neeyati Shah - Happiest Day of My Life

मेरे जीवन का सबसे खुशी दिन था जब मैं हवाई (हवाई)  में श्वास नली लगाकर गोता लगायी. सात साल पहले मेरे परिवार ओ'अहू (ओ'अहू) और मौई (मुई) गये. ओ'अहू एक शहर है. वहां बहुत अमरीकी पर्यटक हैं. ओ'अहू अन्य अमरीकी शहरों की तरह लग रहा था. इसलिए मैं खुश थी जब हम मौई गये क्योंकि असमान और ज्यादा आरामदेह था. वहां कम शहर हैं और बहुत भूदृश्य है. 

 हम श्वास नली लगाकर गोता लगाना चाहते थे क्योंकि हमारे दोस्त कहे कि बहुत मजेदार है और क्योंकि सागर बहुत सुंदर लगता था. 
मैं इसे पहले कभी नहीं किया था, इसलिए मुझे डर हुआ. मेरी माँ को डर भी हुआ - इतना डर हुआ कि उसने नहीं जाने का फैसला किया. तो मैं, मेरी बहन, और मेरे पिता जी सवेरे उठे और नाव पर गये. पानी में जाने के पहले, हमको आर्द्र सूट और घूंघट पहनने पड़े. जब मैं पानी में गयी मेरा डर चला गया. मेरा चेहरा पानी में डालने के पहले, मैं पहले से ही बहुत मछली देख सका थी. पानी     इतनी निर्मल थी कि हम दो सौ फीट निचे देख सके. उस दिन में मेरा पसंदीदा भाग था जब मैं मछली के साथ तैरती थी, और मुझसे नजदीक एक समुद्री कछुआ आया! बहुत बड़ा था और बहुत सुंदर भी.   

इसके बाद हमने नाव पर दोपहर का खाना खाए और आराम किया. नाव का तल पर मैं और मेरी बहन ने धूप खाए. मेरे पिता जी हमारे पास बैठे और रेडियो सुने. मौसम बिल्कूल ठीक था और भूदृश्य बहुत खुबसुरत था. 

बहुत अच्छी दिन था. 

मेरी ज़िन्दगी का सबसे खुशी का दिन

मेरी ज़िन्दगी में बहूत सरे खुशी के दिन हुए है। ऐसे कूच दिन थे जब में मेरे दोस्तों के साथ कनाडा घूमने गया था, जब में मेरे माता पिता और भाई के साथ भारत गया था, या जब में मेरी स्कूल के साथ यूरोप घूमने गया था। लेकिन इन सब से भी ज्यादा खुशी का दिन था जब में हिय स्कूल से ग्रद्यूअत हुआ था। यूह दिन ख़ास करके मेरी लिए खुशी का दिन था क्यूं की में मेरे क्लास का वालादिक्टोरीयाँ था। इस का मतलब हैं के मेरा जीपीए सब स्तूदुन्त से बढकर था। और मेरी एक बड़ी परीक्षा का स्कोर भी बहुत अच्छा था। मुझे इस कारन ग्रज्यूअशन वाले दिन पर एक बहुत बड़ा मैडल पहेने को मिला और मुझे एक बहुत अची खूरसी भी मिली बटने के लिए। लेकिन सब्सी अच्छी  बात थी के मुझे एक स्पीच भी देने  का मौका मिला। इस स्पीच के लिए मैंने काफी दिनों के लिए तयारी की। पहले मैंने सोचा के में क्या लिख सकता हूँ। लेकिन कूच देर सोचने के बाद ये लिखने में ज्यादा वक़्त नहीं लगा। लिखने के बाद मैंने काफी बार स्पीच देने का अभ्यास किया। मैंने इतनी बार अभ्यास किया के ग्रज्यूअशन के दिन मुझे मन से याद रहा था और कागज़ की ज़रुरत भी नहीं पड़ी। इतनी तयारी करने के बाद भी में थोडा परीशान तो था क्यों की बहुत सरे लोग मुझे ये स्पीच सुनेंगे। मेरा सारा परिवार भी आया था। मेरे माता-पिता, दादा-दादी, और विस्कॉन्सिन से ए हूएं चाचा-चची वहां पे थे। जब में स्पीच दे चूका था तब सब लोग जोर से तली बजराहे थे और बाद में काफी लोगों ने मुझे ये भी कहाँ के मैंने बहुत अच्छी स्पीच दी थी। में उस दिन बहुत खुश था और मैं उस दिन को कभी नहीं भूलोंगा। 


शुक्रवार, 19 अक्तूबर 2012

Beautiful Elena

मेरी ज़िंदगी बहुत अच्छी है। पांच  साल पहेले  मेरे चाचा और चाची एक बच्चे को गोब किया। बच्चे को नाम एलेना है। वह  ग्वाटेमाला (Guatemala) से है। एलेना बहुत प्यारा और सुन्दर है। एलेना छे महीने था जब वह अमेरिका आयी। मेरे पूरे परिवार बहुत खुश था।हम खुश थे क्योंकी एलेना की जीवन अब बहुत अच्छी  होगे।  एलेना के पास कुछ नहीं थी और अब उसके पास एक बड़ी परिवार , बहुत प्रेम, भोजन, कपडे और खिलने है। मेरे चाचा और चाची भी बहुत खुश थी। उनको एक बेटी है  लेकिन उनको दोसरा बच्चा चहेता था। बे एक बीटा और बेटी को घर देना चाहता था इस्लीय वे गुअतेमल से एलेना लाया। जब एलेना गुअतेमल से आया हम एक बड़ी पार्टी इंतजाम की। पार्टी एक हिन्दुस्तानी रेस्टोरेंट में थी। हमने  बहुत उपहार लाये। में एलेना के लिए एक कहानी ली। कहानी में परीत्र का नाम डोरा था। अब एलेना डोरा इतना पसंद है कि वह रोज़ डोरा की कहानी पड़ती है। साल-भर एलेना हालोवीन में डोरा बनती है। क्योकि एलेना ग्वाटेमाला से हैं और डोरा मेक्सिको (Mexico) से है, दोनों इसी तरह देखते है। मेरे चाचा और चाची एक खुबसुरत चीज़ किया क्योकि वे एक सासूम बच्चे ने घर दिया। अब एलेना पांच साल से है। उसकी जीवन बहुत अच्छी है और वे बहुत होश्यार है।एलेना जनता है कि वह गुअतेमल से आयी है लेकिन वह जनता है की उस्के  घर मेरे चाचा और चाची के साथ है। मैं हमेशा यद् करूंगी एलेना की पहेली दिन। 

बुधवार, 17 अक्तूबर 2012

Rahul & Cyril Midterm



Sumedha & Ashley Midterm Oral Exam

हिंदी का पहला परीक्षा

Nikhil and Shab


Sanskriti Varma & Vinisha Rana Midterm Skit


Raina - Alexander oral exam


Neeyati and Emmaline's Speaking Test

Rahul & Cyril Midterm


Matt Brown and Krishna Bathina Midterm Video


OUR SKIT _ MALLIKA _ ELENI




Carolyn Yarina, Loritta Chan Midterm