गुरुवार, 11 अप्रैल 2013

Rahul - बेरोजगारी

भारत में छे करोड़ से अधिक शिक्षित युवा बेरोजगार है।  आर्थिक मंदी की वजह से बेरोजगारों की संख्या बडती जा रही है। पिछले कुछ दशको से भारत में शिक्षा के क्षेत्र में भारी वृद्धि हुई है और एक ही काम के लिए कई लोग कोशिश कर रहे हैं। बेरोजगारी प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर की उपयोग की वजह से हो सकती है।
 बेरोजगार लोगों को मजबूरन वह काम करने पड़ते है जो  उनके योग्यता से कम है । बेरोजगारी, गरीबी और चोरी जैसे समस्याओं का कारण बनता है।
भारत  में बेरोजगारी के कारण शिक्षित युवा दुखी है और नौकरी की तलाश में  परदेश जाते है। 
बेरोजगारी के कारण युवा नशीली दवा और शराब का सहारा लेते हैं। इसके कारण कई परिवार भी टूट जाते है।

बेरोज़गारी के और सारे समस्याएं हैं। युवा उदासीन बनते हैं और इस की वजह से तम्बाकू का पान और बीढ़ी करते हैं। फलस्वरूप रास्ते, लिफ्ट, और इमारते में थूक निकलती हैं और सारे इंफ्रास्ट्रक्चर खराब हो जाती है। युवा के बुरी आदतों बढती जा रही और बहुत कचरे भी रास्ते पर आ जाता है। मुझे लगता है सर्कार इस समस्या को लेकर जागरूक हर समय पर होना चाहिए वर्ना देश की भविष्य बिगड़ेगी। यह कोई आसन काम नहीं है, यह काफी कठिन है, लेकिन सरकार को सख्त उपाए लगवानी चाहिए। एक उपाय है कम इंटरेस्ट रेट: ऋण सस्ती हो जाएगी और लोग ज्यादा खर्च करेंगे। इस की वजह से व्यापर खोलेंगे और नौकरी बन जाएगी। बेरोज़गारी एक बड़ी गंभीर समस्या है और लोग उस के बारें में जानना चाहिए। 

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