मंगलवार, 9 अप्रैल 2013

Poverty in India

भारत में कई समस्ये हैं। भूख, दवाओं, जनसंख्या, वगैरा वगैरा यह सब बहुत गंभीर समस्ये हैं। मगर मुझे सोचा कि निर्धता सबसे महत्वपूर्ण समस्या है। दुनियां में तिहाई गरीब लोग भारत में रहते हैं। उनहत्तर प्रतिशत भारत की आबादी एक दिन में दो डाँलर रहते हैं। और छियानवे प्रतिशत भारत की आबादी एक दिन में पांच डाँलर रहते हैं। इसलिए बहुत लोग भारत में घर नहीं है और उनके पास शिक्षा नहीं है। लोग इसके लिए पेस नहीं दिए। यह लोग खाना और साफ़ पानी खरीदना चाहिए। जब यह लोग कोई और पेसे मिले तब वह कुछ और खाना खरीदेगे। यह लोग खिलौने और महँगा चीज नहीं खरीदना सकते हैं। 

 

यह बहुत निर्धनता को बहुत कारण हैं। एक कारण कि जनसंख्या है। भारत में एक बिलियन लोग रहते हैं। लेकिन एक बिलियन नौकर नहीं हैं। इसलिए बहुत लोग निर्धनता हुए थे। खेती का विकास नहीं बढ़ा था और बहुत हिन्दुस्तानी लोग खेत में आश्रित है। जाति भी एक कारण है। कोई हिन्दुस्तानी लोग ने  जाति के बारे में परवा किये। इस के लिए कोई लोग एक जाति में बुरा मन जाता हैं। और वे नौकर नहीं मिलेंगे। यह भी एक समस्ये भारत में लेकिन हम अब इसके बारे में नहीं बताएँगे।
तथापि अब भारत में निर्धनता कम हो रहा है। चार करोड़ लोग हर साल मध्यम वर्ग में जोड़ता है। कृषि उद्योग "केश क्रोप्स" बनाने और बेचने शुरू किया। भारत 2015 में गरीबी की दर बाईस प्रतिशत होएगा। यह होता है क्योंकि भारत का सर्कार ने न्ये कानून बनाया और कुछ कंपनी ने भारत में कारखाने बनाये। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। हम बहुत और काम करने चाहिए। बहुत और नौकर बनाने चाहिए। लेकिन यह सिर्फ समाधान की शुरुआत है। भारत के पास बहुत कम है। जब तक गरीबी की दर पन्द्र प्रतिशत होए तब तक भारत ठीक नहीं होगा|

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