बुधवार, 3 अप्रैल 2013

Journalist Conversation -- Sumedha


पत्रकार: नमस्ते, में पहले आप सभी को स्वागत करना चाहती हूँ. आज हम भारत की राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी के सात बात कर रहे है. प्रनाभ मुख़र्जी जी भारत की तेरहवां राष्ट्रपति है और भारत की पहली बंगाली राष्ट्रपति भी.
राष्ट्रपति प्रनाभ मुख़र्जी: नमस्ते.
पत्रकार: क्या आप आपके बचपन, राजनीति से पहले, के बारे में कुछ बता सकते हैं?
राष्ट्रपति: मैं बंगाल में एक छोटा सा गांव, मिराती, में पैदा हा था. मेरा पिताजी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की सदस्य था और बंगाल की विधान परिषद् का भी सदस्य था, तो राजनीती बचपन से ही मेरे जीवन का एक हिस्सा था.
पत्रकार: क्या आप अपनी शिक्षा के बारे में और बता सकते हैं? आप कहाँ-कहाँ गए थे पड़ने के लिए और वहां क्या-क्या पढ़ा.
राष्ट्रपति: जी हाँ. ज़रूर. जब में बड़ा हो गया था, मैं सूरी विद्यासागर कॉलेज में शामिल हो गया और उसके बाद मैं कोल्कता यूनिवर्सिटीसे एम्.ऐ. राज्निताका विज्ञान और इतिहास में किया.
पत्रकार: वाह. यह तो बहुत ही प्रभावसाली भात है. आप एक छोटे से गांव से है तो अब भारत की रास्त्रपति बन कर आप को कैसा लगा?
राष्ट्रपति: बहुत अच्छा लगता है. लेकिन मुझे मेरी माँ की याद बहुत आती है क्युकी, जैसे मैंने पहले कह दिया, मेरा पिता राजनीति में भी थी और उन दिनों में जो-जो स्वतंत्रता सेनानियों थे वह बहुत वक्त जेल में बिताते थे. और जब वे लोग जेल में नहीं थे, तो काम में व्यस्त रहते थे. वह खुश रहती थी के हम बहुत बढे काम कर रहे है लेकिन बहुत चिंता भी कराती थी.
पत्रकार: मैं समझ सकती हूँ. राजनीति एक बहुत व्यस्त जीवन शैली है. मैं आपको शुक्रिया कहना चाहती हूँ के आपने हमारे साथ बात करने के आपकी व्यस्त स्केदुले स कुछ समय निकाल दिया. हम सब आपको बहुत बधाई देना चाहती हूँ रास्त्रपति बन्ने के लिए और आपकी बहुत बहुत शुक्रिया भी.
राष्ट्रपति: धन्यवाद. 

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