बुधवार, 10 अप्रैल 2013

Nikhil Vohra HW 20

भारत में एक बड़ी समस्या है। भारत में औरतो के खिलाफ सेक्स अपराध बहुत हो रहे हैं। पिछले साल दिल्ली में 635 रेप घटने हुए। पिछले साल दिसम्बर में एक बहुत बुरी घटना हुइ। नई दिल्ली में एक लड़की अपने दोस्त के साथ एक बस पर चली। उस बस के अंडर छे आदमियों ने उस लड़की पर सामूहिक बलात्कार किया।  इस दुरघटना के वजह से उस लड़की मृत्यु हो गई। वह बेचारी लड़की की उम्रे जो सिर्फ तेइस साल थी। इस दुरघटना की वजह से भारत में बहुत विरोघ हुआ। नागरिकों ने सरकार से अनुरोध किया कि औरतो पर अत्याचार करने वाले अपराधियों को कठोर सज़ा देने के लिए नया कानून स्थापित किया जाए। 106 विरोध की वजा से नया क़ानून बनाया गया कि यदि रेप में शिकार की मृत्यु हो जाये तो अपराधी को मौत की सज़ा दी जायेगी। अफ़सोस की बात है कि भारत में रपे और कामी हमला करने वाले जन पहचान के लोग होते है. भारतीय संस्कृति में औरते ज्यादातर कुछ बोलती नहीं हैं. रपे औरत के लिए शर्म की बात मानी जाती है. भारत में औरतो की जिंदगी असान नहीं है. रेप के इलावा औरतो पुर घरेलू हिंसा भी बहुत होती है. पुलिस भी औरतो की मदद नहीं करती. दहेज़ की वजह से औरतो पर बहुत जुलम होते है. भारत में औरते पुलिस से डरती हैं. पुलिस से उनको खतरा लगता है. पुलिस भी सोचती है कि रपे की घटना में औरत का भी कसूर है. दिल्ली में दिसम्बर की दुर्घटना के बाद बहुत से लोगो का खाहना था कि लड़की का कसूर भी था. "उस अपराधी को भाई बुला लिया होता तो शायद वह बच जाती" एक आदमी ने कहा. इस तरह के विचारो की वजह से भारत में औरतो की  दशा एची नहीं है. आजकल भारत में औरतो ने काफी प्रगति की है. किन्तु पुराने क्यालो की वजह से आज भी औरतो पर अत्याचार किया जाता है. इसलिए कई बार गावं में रेप को छुपाये जाते हैं. कई बार गावं में औरतो की शादी उसी आदमी से कर दी जाती है जिसने औरत पर अत्याचार किया था. जब तक भारतीय संस्कृति में रेप का कलंक नहीं उठेगा तब तक एसी घटनाए कम नहीं हो सकती.

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