सोमवार, 15 अप्रैल 2013

पसंदीदा भारतीय शादी की परंपरा - Arush

भारत में शादी एक बहुत ही लम्बा और खूबसूरत अवसर होता है। बहुत ही ख़ुशी का और आनंदित माहौल होता है। हिन्दू शादी में लोग कई प्रथाओं का पालन करते है। उन में एक प्रथा का नाम सात फेरे है। यह मेरा सबसे पसंदीदा प्रथा है।

सात फेरे हिन्दू शादी का सबसे मेहेत्वपूर्ण रिवाज है। सात फेरे दूल्हा और दुल्हन मंदक के सात चक्कर लेके पुरे करते है। मंदक पे एक पवित्र आग जलती है और पंडित वैदिक मंत्र पढते है। जब दूल्हा और दुल्हन चक्कर लगा रहे होते है तब वे वादे करते है। यह वादे उस पवित्र आग के सामने करने के बाद अटूट माने जाते है। हर फेरे का कोई न कोई मतलब भी होता है। सारांश में यह फेरे लेकर दूल्हा और दुल्हन भगवन से आशीर्वाद मांगते है की उनकी शादी सफल रहे।

यह प्रथा अमरीकी शादी के प्रथाओं से थोड़ी मिलती है। अमरीकी शादियों में भी दूल्हा और दुल्हन कसमे लेते है। वे एक दुसरे को वादा करते है की वे एक दुसरे को प्यार करेंगे और एक दुसरे का खयाल रखेंगे। जहाँ यह समानता है हिंदुस्तानी और अमरीकी शादी में, और बहुत मतभेद भी है एक दुसरे में।

हिन्दुस्तानी शादियाँ बहुत रंगीन होती है। उनमे बहुत नाच गाना भी होता है। हिन्दुस्तानी शादियों में कई साडी प्रथाए भी आदर की जाती है। जैसे हल्दी, संगीत, और मेहेन्दि। यह सब शादी से पहले होता है और साड़े मेहेमानो के साथ मनाये जाते है। हिन्दुस्तानी शादी  बहुत ही खूबसूरत होती है।

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