मंगलवार, 23 अक्तूबर 2012

The Happiest Day of My Life




मेरा ज़िनदगी में बूथ सरे कुशी के दिन है। वसे थो में सरे दिन को कुछ न कुछ कुश होकर करती हु क्यों कि मुझे गुस्सा या उदास होना अच्छा नहीं लगता। जब में झोर से सोचती हु तब यद् आता है एक दिन जोह जरूर मेरा ज़िन्दगी का भोत कुशी का दिन हे। शयद या दिन मेरा ज़िन्दगी के सबसे कुश दिन है। यह दिन मेरी छोटी  बहन की जन्मदिन है। 

मेरी भान के नाम शिवानी राणा है। ओसकी जन्मदिन फरवरी 27थ है। जब मेरी बहन पढ़ा हौई मेरा ओमर पाच  साल था और यह मेरा पाच साल में सबसे बड़ा चीज़ था क्यों की मुजको छोटी बहन बोथ चिया था। जब में पढ़ा हौई तब मेरी मुमी के पट में एक नहीं पर धो लडकिया थी, में और मेरा जुड़वां बहन। दुर्भाग्य से मेरा जुड़वां बहन पड़ी होने से पहले गुसेरगी क्यों की उसकी गरदन पर नाभि - रज्जु बंधे था और वोह सास नहीं लेसकी। मेरा जुरवा बहन के नाम अनिषा है।

थो जब मेरा मुमी ने मुजको बोला के मुजको छोटी बहन मिलना वाले है में इतनी कुश हुई के में थो पट ने वलिथि। मेरे उंदर सब कुश हिल्राथा और बहर में थू कूदना बंद नहीं कर्सकी। में थो इतनी कुश थी। वोह दिन जब मेरी छोटी बहन को पहले देखा में थो बेहत कुश थी। मेरी छोटी बहन बूथ प्यारी लगी और मुमी ने बोला की वोह बिलकुल मेरा जसे लगती थी जब में एक बची थी। मेरा बहन को हमने पहला अनिषा नाम देहना वाला थे क्यों की माँ ने सोचा की यह हमारा दोसरा बेटी जोह चलगया, वापुस हमारा पास जोह आई। पर सपने में मेरा माँ ने "शिवानी" की नाम सुना और सुबह में हमने यह पता आई के शिवानी और विनिशा के इंग्लिश शब्द में सरे लेटर्स समे हे है बस समे आर्डर में नहीं है।

इसलिया मेरी छोटी बहन के नाम शिवानी है और में ओस्को बेहत प्यार करती हु।


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