मुझे याद नहीं है मेरी ज़िन्दगी का सुबसे ख़ुशी का दिन या, लेकिन एक दिन बहुत अच्छा दो साल पिछले था . यह
दिन मेरे नानी और नाना का वार्षिकोत्सव था . पचास साल हो गये ! मेरा परिवार पार्टी नानी और नाना के साथ के लिए भारत गये . लेकिन उसको पता नहीं हैं ! रात पिछले के उसके पार्टी पर मेरा परिवार दिल्ली का एरपोर्ट पहुंचे . पहुंचकर हम उसके घर गये . हम घर का अंदर . बहुत आश्चर्य के साथ हम से देखे . उसको बहुत कुशी लग रहे था ! मेरे माथा-पिता , मेरा भाई , मरी नानी और नाना - सुब लोग ज़ोर बात किये , और बहुत जोश लग रहे था .
बाद का दिन जशन था . दिन के दौरान मेरा परिवार ने बॉलीवुड फिल्म देखे और नानी और नाना के साथ बात किये . वह रात बहुत बड़ा पार्टी था . मै ने स्वादिष्ट खाना खायी , बड़ा परिवार से मिली , और अपनी चचेरी भाई और चचेरी बहन के साथ नचाई . शाम भर मेरे नानी और नाना मुस्का रहे थे .
यह दिन बहुत अच्छा . मेरे नानी और नाना विशेष करके कुशी और भावुक लग रहे थे . मेरा परिवार शिकागो में रहा हैं और मेरे नानी और नाना न्यू दिल्ली रहे हैं अथ अक्सर हम उस से नहीं मिले थे . किराया बहुत मेहेंगी और माय और अपना भाई स्कूल जाते हैं अथ हम सिर्फ यक बार हर साल उस से मिलते हैं . वह साल हमने बहुत हेसन उस को दिये ! उसके चेहरे देखकर मैं सोची की शयुद वह दिन सबसे ज्यादा कुश था !
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