बुधवार, 26 सितंबर 2012

Bharat ko!

दो साल के लिए अब मैं अब चीजों के बारे में सीख गया है।  मैं कुछ कक्षा ले गया है जिसमे हम भारत पढ़ता था। भारत का संस्कृति में बहुत चीज़ है कि  मुझे पसंद है। रंगीन कपडे से मजेदार खाने को मुझे भारत का संस्कृति अच्छी लगती है।
दो साल पहले मेंने एक हिंदी फिल्म देखा... और यह फिल्म ठीक था, लेकिन बहुत अच्छी नहीं। मैं फिल्म का संगीत सुनता था और धीरे-धीरे मैं सब कुछ तरह का संगीत सुन रही थी।
हिन्दुस्तानी किताबे पढ़ना मेरा शौक है। मेरा मन पसंद किताबे 'सिधार्था' और 'सफेद का बाघ' है।
क्योकि ये चीज़ मैं भारत को आना चाहती हूँ।  मैं यह संस्कृति, यह ज़िन्दगी, यह भाषा का अनुभव करना चाहती हूँ।
मेरा प्यार भारत के लिए इतना जल्दी आया कि  मेरी सहेली ने मुझे पागल सोचते।  मैंने अपनी बचपन के बारे में सोचने लगा।  और मुझे याद है मैं दोबारा साल था, एक मोर ने मेरा घर को आया।  मेरा परिवार ने नहीं माना, क्योकि हम एक अम्रीकी पड़ोस में रहा।  लेकिन एसा सच है।  मैं वह 'ब्लूबेरी'  बोलती थी  और मेरी बहन और मुझे ब्लूबेरी खिलते थे। ब्लूबेरी एक बच्चे था। हमने देखा इसका पहले आँख पूंछ पुर लगा।
जब मैंने  इस का यद् किया तो मैंने सोचा "शायद भारत सदैव मेरी ज़िन्दगी में हुई थी ".



अभी मैं भारत दूसरा प्रयोजन के लिए जाना चाहती हूँ।  मैं महसूस करती कि मैं जाना चाहिए।  मैं यौन दिज्रान शिक्षा पढ़ती हूँ और मैं हिन्दुस्तानी लड़किया को सिखौंगी। मैं हिंदुस्तान सिर्फ जाना चाहती नहीं।  मैं भारत में रहना चाहती हूँ और एक दिन मैं करुँगी।

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