शुक्रवार, 15 मार्च 2013

नीयति की कहानी

अनीता और अंजलि कई सालों से अच्छे दोस्त हैं. पिछले महीने अनीता का पचीसवां जन्मदिन था. अंजलि जानती थी कि हाल में अपनी सहेली कि जिंदगी बहुत ज्यादा व्यस्थ और तनावपूर्ण हो गयी. अंजलि चाहती थी कि अनीता के लिए वह एक पार्टी का आयोजन कर दे.

उसने छिपकर अपने दुसरे दोस्तों को फ़ोन किया और उनके मदद के लिए पूछ लिया. एक दोस्त ने कहा कि अपने माता-पिता के पास एक अवकाश का घर है, और वे अंजलि को इसका इस्तेमाल करने देंगे.

 "वाह!" अंजलि ने कहा. "बहुत अच्छा! अनीता एक आरामदेह छुट्टी की जरुरत है."

अगले वीकेंड अंजलि वह अवकाश का घर चला गयी और उसने अपने दोस्तों को बुलाये. उन्होने सारे घर को अलंकृत किये और अतिथि, संगीत, और खान के बारे में योजना बनाये. अंजलि को मालूम हुआ कि अनीता और अपने माता-पिता बहुत समय से नहीं मिले. इसलिए अंजलि ने अनीता के माता-पिता को फ़ोन किया और उनको निमंत्रण दे दिया. फिर हर दोस्त एक चीज़ लाने चुना.

"मैं कुछ मिठाइ ला दूँगी" एक लड़की ने कहा.

"और मैं अनीता लेकर यहाँ आ जाऊंगी," अंजलि ने कहा.

पार्टी के एक हफ्ते पहले अंजलि ने अनीता को फ़ोन किया.

"इस वीकेंड तुम्हारा जन्मदिन होगा! मुझे आपके लिए खाना खरीदने दो."

"कितना अच्छा दोस्त हो, अंजलि! शुक्रिया."

पार्टी का दिन को अंजलि अनीता को निर्धारत स्थान से लेकर चला गयी. कुछ समय के बाद अनीता ने कहा,

"अंजलि, इस होटल ज़रा दूर लगता है. तुम खो गयी?"

"जी नहीं, अनीता. मैं तुमको चकित कर दूँगी!"

उन्होने अवकाश का घर पहुंचा और वहां अनीता के परिवार और सब दोस्त बाहर खड़ा हुए थे.

"क्या?!" कहा अनीता.

"तुम्हारा 'होटल' यहाँ है!" अंजलि मुस्करा गयी. "खाना खा लो, नाच लो, और आराम कर लो!"

"वाह!" अनीता ने सब लोग को कहा. "बहुत शुक्रिया!"

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