हिन्दुस्तान में चौदह साल रहने के बाद मुझे एक चीज़ बहुत महसूस हुई। भारत में गरीबी हर तरफ है। जब कभी मेरा परिवार गाड़ी में कई जाता तो रास्ते में गरीब लोग दीखते। छोटे-छोटे बच्चो से लेकर बूड़े-बुजुर्गो भीक मांगते। यह देख कर मुझे बहुत तरस आता। मेरे माता-पिता उनको पैसे भी देते लेकिन मैं जानता था की थोड़े से पैसो से उनकी ज़िन्दगी सफल नहीं हो पायेगी।
गरीबी को जड़ से उखाड़ने के लिए बहुत कुछ बदलना होगा भारत में। सबसे पहले सरकार को अधिक बेघर आश्रय खोलने पड़ेंगे। अब मुसीबत यह है की भारत की आबादी बहुत ज्यादा है और उनमे से जो लोग गरीब है वे भी बहुत है तो सरकार इतना पैसा बेघर आश्रय में नहीं दाल सकती। लेकिन उनको कहीं से तो शुरू करना पड़ेगा। जैसे ही लोग इन आश्रय में रहना शुरू करेंगे, सरकार इनकी पढाई का इंतज़ाम भी करपाएंगे।
शिक्षा गरीबी को आसानी से ख़तम कर सकती है। मेरा मानना है की हर किसी को शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलना चाहिए। अगर गरीबो को पढने का मौका दिया जाये तो वे पढ़-लिख कर कुछ बन पाए। छोटी नौकरी से शुरू करके लोग अपने परिवार को सहारा दे सकते है। अगर सरकार कुछ शेहेरो में मुफ्त के स्कूल खोले तो बहुत कुछ बदल सकता है।
अब सरकार स्कूल और आश्रय बना सकते है लेकिन इन गरीब लोगो को एन सब चीज़ो का लाभ उठाना होगा। उनको अपने बच्चो को मुफ्त के स्चूलो में दाखला करवाना होगा। भारत में बदलाव तभी आएगा जब सब लोग बेहतर होने की कोशिश करेंगे।